इंश्योरेंस फ्रॉड क्या है? पहचानने, बचने और रिपोर्ट करने का पूरा तरीका (2025 गाइड)

 

एक महिला बीमा एजेंट के साथ धोखाधड़ी की रिपोर्ट करते हुए व्यक्ति, बैकग्राउंड में बीमा डॉक्यूमेंट्स और चेतावनी चिन्ह
इंश्योरेंस फ्रॉड से सावधान! जानिए पहचान और सुरक्षा के तरीके (2025 गाइड)

इंश्योरेंस फ्रॉड क्या है? पहचानने, बचने और रिपोर्ट करने का पूरा तरीका (2025 गाइड)

बीमा (Insurance) आज के समय में सुरक्षा की एक अनिवार्य आवश्यकता बन चुका है, लेकिन जैसे-जैसे बीमा की मांग बढ़ी है, वैसे-वैसे इससे जुड़ी धोखाधड़ी (Fraud) की घटनाएं भी सामने आने लगी हैं। भारत में हर साल करोड़ों रुपये के इंश्योरेंस फ्रॉड होते हैं, जिनसे न केवल बीमा कंपनियों को बल्कि आम नागरिकों को भी नुकसान होता है।

इंश्योरेंस फ्रॉड क्या होता है?

इंश्योरेंस फ्रॉड वह प्रक्रिया होती है जिसमें कोई व्यक्ति, एजेंट या संगठन बीमा योजना का गलत फायदा उठाने के लिए जालसाजी करता है। इसमें फर्जी दस्तावेज़, झूठे दावे और बीमा राशि के लिए गलत जानकारी शामिल होती है।

भारत में इंश्योरेंस फ्रॉड के प्रमुख प्रकार

  1. स्वास्थ्य बीमा फ्रॉड: फर्जी अस्पताल बिल, फेक इलाज के दस्तावेज़ और झूठे क्लेम।
  2. जीवन बीमा फ्रॉड: मृत्यु का फर्जी प्रमाणपत्र बनवाकर क्लेम लेना।
  3. मोटर बीमा फ्रॉड: जानबूझकर दुर्घटना कराना या एक ही दुर्घटना को दो बार क्लेम करना।
  4. एजेंट फ्रॉड: फर्जी पॉलिसी बेच देना या बिना जानकारी के पैसे कटवाना।
  5. फ्रॉड कॉल और स्कैम: इंश्योरेंस रिन्यूअल या बोनस दिलाने के नाम पर OTP या बैंक डिटेल्स लेकर ठगी।

कैसे पहचाने कि बीमा फ्रॉड हो रहा है?

  • कॉल या SMS में इंश्योरेंस पॉलिसी बंद होने की धमकी मिले।
  • रिन्यूअल या बोनस क्लेम करने के लिए OTP मांगा जाए।
  • कोई एजेंट आपके नाम से पॉलिसी जारी करवा दे बिना जानकारी के।
  • कंपनी का लोगो लेकिन मेल आईडी या वेबसाइट अजीब हो।

इंश्योरेंस फ्रॉड से बचने के उपाय

  1. हमेशा IRDAI से मान्यता प्राप्त बीमा कंपनी से ही पॉलिसी खरीदें।
  2. पॉलिसी लेते समय सभी दस्तावेज़ों को अच्छे से पढ़ें।
  3. कभी भी OTP, बैंक डिटेल या आधार कार्ड की फोटो किसी एजेंट से शेयर न करें।
  4. रजिस्टर की गई ईमेल आईडी और मोबाइल नंबर अपडेट रखें।
  5. Policybazaar जैसे विश्वसनीय प्लेटफार्म से पॉलिसी की तुलना करें।

अगर इंश्योरेंस फ्रॉड हो जाए तो क्या करें?

  1. तुरंत बीमा कंपनी के ग्राहक सेवा नंबर पर संपर्क करें।
  2. Cyber Crime Portal पर शिकायत दर्ज करें।
  3. नजदीकी पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज करवाएं।
  4. IRDAI के Grievance Portal पर ऑनलाइन शिकायत करें।

प्रसिद्ध इंश्योरेंस फ्रॉड केस (भारत में)

  • 200 करोड़ के स्वास्थ्य बीमा घोटाले में फर्जी मरीज दिखाकर दावा किया गया।
  • एक व्यक्ति ने अलग-अलग नाम से 5 जीवन बीमा पॉलिसी ले रखी थी और एक ही व्यक्ति के ‘मृत्यु प्रमाणपत्र’ के आधार पर सभी क्लेम किए गए।

IRDAI का रोल इंश्योरेंस फ्रॉड में

IRDAI यानी भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (Insurance Regulatory and Development Authority of India) देश में बीमा क्षेत्र की निगरानी करता है। यदि कोई व्यक्ति बीमा कंपनी या एजेंट से धोखा खाता है तो वह IRDAI के Grievance Redressal Portal पर शिकायत दर्ज कर सकता है।

क्या इंश्योरेंस फ्रॉड एक अपराध है?

हां, इंश्योरेंस फ्रॉड एक दंडनीय अपराध है और इसमें IPC की कई धाराओं के तहत सजा हो सकती है:

  • धोखाधड़ी – धारा 420
  • फर्जी दस्तावेज़ बनाना – धारा 468
  • आर्थिक ठगी – धारा 406

कैसे करें शिकायत?

आप IRDAI Grievance Portal, Cyber Crime वेबसाइट या टोल फ्री नंबर 155260 पर शिकायत दर्ज कर सकते हैं।

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निष्कर्ष

इंश्योरेंस फ्रॉड एक गंभीर समस्या है लेकिन थोड़ी सी जागरूकता और सतर्कता से इससे बचा जा सकता है। हमेशा विश्वसनीय स्रोत से बीमा लें, दस्तावेज़ों की जांच करें और किसी भी अनजान कॉल या ईमेल से सतर्क रहें। बीमा जीवन की सुरक्षा है, इसे धोखेबाज़ों से सुरक्षित रखना हमारा दायित्व है।

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